सरकारी विभाग के एक सीनियर अफसर ने इंटरनेट और फोन पर मिली 5 करोड़ 55 लाख रुपये की लॉटरी के लालच में साढ़े 51 लाख रुपये गंवा दिए। अज्ञात धोखेबाज उन्हें महज 15 दिनों में ही इतना बड़ा चूना लगाने में कामयाब रहे। इस संबंध में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग पाया है। भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम इरकॉन इंटरनैशनल के असिस्टंट जनरल मैनेजर रमाकांत मिश्रा इस ठगी का शिकार बने हैं। उन्हें 5 अप्रैल को मोबाइल पर मेसेज मिला कि उनकी 5 करोड़ 55 लाख रुपये की लॉटरी निकली है। यहां के सेक्टर 43 की पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में रहने वाले रमाकांत ने मेसिज पर रिप्लाई भेजा कि इसे क्लेम करने के लिए उन्हें क्या करना होगा। इस पर जवाब आया कि उन्हें शुरू में एक लाख 49 हजार रुपये बताए गए अकाउंट नंबर में जमा कराने होंगे। ऐसा करने के बाद भी जब उन्हें लॉटरी की रकम नहीं मिली, तो उन्होंने फिर से संपर्क किया। संपर्क करने पर रमाकांत को कहा गया कि वह इंग्लैंड के नागरिक नहीं हैं, इसलिए उन्हें और पैसा जमा कराना होगा। इस तरह उन्हें लगातार पैसा जमा कराने की हिदायतें मिलती रहीं और लालच में आकर उन्होंने महज 15 दिनों में ही 51 लाख 66 हजार रुपये जमा करा दिए। इसी बीच जब सामने वाले का नंबर स्विच ऑफ मिला तो उन्हें शक हुआ। तब जाकर उन्हें पता चला कि उनके साथ लाखों की ठगी हो चुकी है और कोई लॉटरी का चक्कर ही नहीं है।
Saturday, April 25, 2009
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