Wednesday, April 15, 2009

5 रुपए का पान और सफाई पर डेढ़ करोड़।

5 रुपए का पान और सफाई पर डेढ़ करोड़। जी हां, मुंबई की सबअर्बन ट्रेनों की सफाई पर रेलवे को सालाना इतना ही खर्च करना पड़ता है। सेंट्रल रेलवे को 111 ट्रेनों की सफाई पर 87 लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं। इसके पीछे 96 हजार मैन ऑवर बर्बाद होते हैं। ट्रेनें हर 10 दिन पर धुलाई के लिए जाती हैं। इसी तरह वेस्टर्न रेलवे 73 गाड़ियों के रख-रखाव पर 57 लाख रुपए खर्च करती है। इसमें 63 हजार आदमियों के एक घंटे काम करने बराबर ऊर्जा लगती है। रेल या रेलवे स्टेशनों पर गंदगी फैलने वालों पर दंड का प्रावधान तो है, लेकिन रेलवे की मुसीबत ऐसे लोगों से निपटने की है। चलती ट्रेनों में ऐसे लोगों को पकड़ा कैसे जाए? इसीलिए रेलवे लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने की कोशिश कर रही है।

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