Thursday, April 16, 2009

यात्रियों की समस्याओं या उनकी वाजिब मांगों पर खुद जनरल मैनेजर गौर फरमाएंगे और उसका फॉलो-अप करेंगे।

भारत में रेल स्थापना की सालगिरह को व्यावहारिकता की दृष्टि उपयोगी बनाने के लिए मध्य रेल ने एक ऐसी अनूठी सेवा लांच की, जो पूरे रेलवे में सर्वप्रथम मानी जा रही है। अब मध्य का कोई भी मुसाफिर-अगर उसे किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत या शिकायत हो तो अपनी इस शिकायत को तुरंत मध्य रेल के आला अफसरों तक पहुंचा सकता है। उसे बस अपने मोबाइल में अपनी शिकायत या सुझाव टाइप कर उसे 9004411111 नंबर पर एसएमएस करना होगा। मध्य रेल का मुसाफिरों से संवाद स्थापित करने का यह प्रयास पहले 6 महीनों के लिए ट्रायल बेसिस पर चलाया जा रहा है। मध्य रेल के मुख्य प्रवक्ता श्रीनिवास मुडगेरिकर ने बताया कि इस पर हम पिछले कुछ महीनों से गंभीरतापूर्वक काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यात्रियों की समस्याओं या उनकी वाजिब मांगों पर खुद जनरल मैनेजर गौर फरमाएंगे और उसका फॉलो-अप करेंगे। इस एसएमएस सिस्टम से यात्रियों की शॉर्ट-टर्म मांगों (जैसे हॉकरों को हटाना), मीडियम टर्म मांगों (जैसे स्टेशन की साफ-सफाई आदि) या लॉन्ग-टर्म मांगों (जैसे कि फुटओवर ब्रिज बनाने की मांगों) पर गंभीरतापूर्वक गौर फरमाया जाएगा और व्यावहारिकता की कसौटी पर आंककर उसे पूरा करने का हर संभव प्रयत्न किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि चूंकि रोज हजारों की तादाद में मिलने एसएमएस का हम व्यक्तिगत रूप से रिप्लाई कर पाना संभव नहीं होगा, मगर उचित शिकायतों पर हम खास ध्यान जरूर देंगे। मध्य रेल के इस पहल का स्वागत करते हुए डीआरयूसीसी मेंबर शंकर केजरीवाल ने बताया कि कि इस सिस्टम से जहां रेल कर्मियों और अधिकारियों में जिम्मेदारी का एहसास होगा, वहीं पर ट्रांसपेरेंसी भी आएगी।

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