Sunday, March 1, 2009
माननीय लालू जी अब तो शर्म करों ।
रेल मंत्री के प्रदेश में भी रेलवे सुरक्षित नहीं, तो काहे नितीश को गाहे बगाहे कोसते रहते हो, माननीय लालू जी अब तो शर्म करों ।
नक्सलियों ने बिहार के क्यूल रेलखंड में स्थित 2 स्टेशनों को निशाना बनाया। माओवादियों ने जमुई जिले के भलुई स्टेशन पर बम से हमले किए और रेल पटरियों को उड़ा दिया जबकि मुंगेर जिले के रतनपुर स्टेशन को आग लगाकर फूंक दिया। इस हमले की वजह से पटना- हावड़ा रेलमार्ग बंद हो गया है। पटना-जमालपुर रेल लाइन पर भी इस हमले का असर पड़ा है। इस लाइन पर भी ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। इस हमले किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रेल सूत्रों ने कहा कि जमुई जिले के जमालपुर और क्यूल स्टेशन के बीच भलुई के पास एक पुल के नजदीक हावड़ा-मोतिहारी मिथिला एक्सप्रेस के गुजरने के करीब 15 मिनट बाद रेल पटरियों पर माओवादियों ने विस्फोट किया। इस विस्फोट से रेल पटरियां उखड़ गईं और ऊपर से गुजर रहे तारों को नुकसान पहुंचा है। नक्सलियों ने दूसरा हमला भागलपुर-क्यूल रूट पर स्थित रतनपुर स्टेशन पर किया। यहां लगभग 100 नक्सलियों ने स्टेशन को घेर लिया और इसको आग लगाकर फूंक दिया। इसके चलते पटना जमालपुर रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। एडीजी (हेडक्वॉर्टर)नीलमणि ने इस बाबत कहा, 'हथियारों से लैस माओवादियों ने रविवार तड़के 2 बजे विस्फोट रेल पटरियों को उड़ा दिया। इससे पटना-हावड़ा रेल मार्ग पर यातायात ठप कर दिया।' उन्होंने बताया, 'रतनपुर स्टेशन पर लगी आग से स्टेशन मास्टर के केबिन में रखे ट्रैक बदलने के पैनल को नुकसान पहुंचा है और कुछ दस्तावेज बर्बाद हो गए हैं।' एडीजी ने इन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है कि नक्सलवादियों ने मुंगेर जिले में ही स्थित मधुसूदन रेलवे स्टेशन पर भी हमला किया और जीआरपी तथा आरपीएफ के कर्मियों को वहां से खदेड़ दिया। गौरतलब है कि शनिवार सुबह नक्सलियों ने उड़ीसा और झारखंड में भी काफी आतंक मचाया। उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले में भी नक्सलियों ने दो रेलवे स्टेशनों पर हमला किया। कई रेल कर्मचारियों को अगवा कर लिया। झारखंड के रांची जिले में भी नक्सलियों ने दो सरकारी इमारतों को विस्फोटकों से हमला कर उड़ाने की कोशिश की।
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