Friday, August 14, 2009

मेट्रो स्टेशनों पर जल्द ही नजारा बदलने वाला है।

दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर टिकिट के लिए कतार में लगने के दिन लदने वाले हैं। जल्द ही नजारा बदलने वाला है। करना सिर्फ यह होगा कि मेट्रो स्टेशन पर लगी मशीन के स्क्रीन पर बने नक्शे पर जहां जाना है, उस स्टेशन का बटन दबाइए, मशीन आपसे पैसे मांगेगी। आप नोट मशीन में डालिए और चंद सेकंडों में टोकन आपके सामने होगा।
दिल्ली मेट्रो ने लगभग आधा दर्जन स्टेशनों पर ये मशीनें लगा भी दी हैं। उम्मीद है कि अगले 15 दिन में इन मशीनों को पैसिंजरों के लिए एक्टिवेट कर दिया जाएगा। इनमें राजीव चौक, बाराखंभा रोड और केंद्रीय सचिवालय स्टेशन भी शामिल हैं। डीएमआरसी के सूत्रों का कहना है कि इन मशीनों को उन स्टेशनों पर ही लगाया जाएगा, जहां भीड़भाड़ ज्यादा रहती है।
मेट्रो की ये टिकिटिंग मशीनें बेहद स्मार्ट होंगी। मशीनों की खासियत होगी कि वे न सिर्फ कटे-फटे नोटों को पहचान कर उन्हें रिजेक्ट कर सकती हैं, बल्कि नोट की कीमत पहचान कर और टिकिट की राशि काटकर बाकी पैसे भी वापस पैसिंजर को दे सकती हैं। किस स्टेशन तक कितना किराया बनता है, यह जानकारी भी स्क्रीन पर आ जाएगी। दरअसल, ट्रायल के तौर पर इस तरह की मशीनों की शुरुआत लगभग दो साल पहले की गई थी। उस वक्त राजीव चौक पर मशीन लगाई गई थी, पर बाद में हटा ली गई। अब दूसरे फेज की लाइनें चालू होने के साथ ही मेट्रो ने फिर से इन मशीनों पर भरोसा जताया है। दिल्ली मेट्रो की सोच है कि अगर भीड़ वाले स्टेशनों पर ये मशीनें लगाई जाती हैं तो इससे टोकन की बिक्री वाले काउंटरों पर कतारें नहीं लगेंगी। वैसे भी, मेट्रो के लिए ये मशीनें काफी फायदेमंद साबित होंगी।
अभी काउंटरों पर टोकन बेचने के लिए कर्मचारी तैनात करने पड़ते हैं। अगर ये मशीनें लगाई जाती हैं, तो कर्मचारियों पर आने वाला खर्च कम होगा। हालांकि मेट्रो पहले ही यह तय कर चुकी है कि अगर ये मशीनें लगाई जाती हैं तो भी काउंटर पर कर्मचारी तैनात रखे जाएंगे, लेकिन ऐसे स्टेशनों पर काउंटरों की तादाद को जरूर कम किया जा सकता है।

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