एक
ही रात में चार ट्रेनों में हुईं पांच वारदातों के मामले में जीआरपी ने पकड़े गए
तीन शातिर चोरों को जेल भेज दिया है। हालांकि गहन पूछताछ के दौरान पता चला कि वह
इन घटनाओं में शामिल नहीं थे। वहीं, वारदातों
में शामिल चोर फिलहाल लखनऊ से फरार हैं। उस रात बड़ा हाथ मारने के चक्कर में ही वह
ताबड़तोड़ वारदातें कर गए थे।
जीआरपी
के एसपी आनंद कुलकर्णी ने रविवार को भी चारबाग स्टेशन पहुंचकर सीओ आरडी यादव व
इंस्पेक्टर डीके उपाध्याय से घटना को वर्कआउट करने के लिए हो रही छापेमारी की
जानकारी ली। इंस्पेक्टर ने उन्हें बताया कि अभी तक कई लोगों को पकड़ा जा चुका है, जिनमें कुछ को निर्दोष होने के
कारण रिहा कर दिया गया है, जबकि
पकड़े गए तीनों शातिर चोरों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस इस समय चार अन्य
संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। जबकि पद्मावत में महिला का मोबाइल चुरा कर भागने
वाला बर्खास्त वर्दीधारी अभी फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश में कई जगहों पर
छापेमारी कर चुकी है। छानबीन में यह भी पता चला है कि बदमाश उस रात बड़ा हाथ मारने
के कारण ही कई ट्रेनों में छिनैती की वारदातें करते गए। दूसरी ओर जीआरपी के मौके
पर न पहुंचने से उनके मंसूबे बढ़ गए।
तीन
ट्रेनों में हुईं चार चोरियां
गोरखपुर
इंटरसिटी के डी-4
कोच में सफर कर रहे अजय
कुमार अग्रवाल का गोंडा स्टेशन पर टैबलेट चोरी हो गया, जबकि जनता एक्सप्रेस से आ रही
अर्चना वर्मा के बैग से हरिद्वार से ट्रेन चलते ही पांच हजर रुपये व शैक्षिक
प्रमाण-पत्र चोरी हो गए। वहीं, कुम्भ
एक्सप्रेस में कोलकाता से सेकेंड एसी कोच में बैठीं डियाना बाला का कीमती मोबाइल
और जयनंदन खाडसे का लैपटॉप चोरी हो गया। चारों पैसेंजर्स से इस मामले में चारबाग
जीआरपी थाने पर तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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