Thursday, September 3, 2009

रेल पटरी को ही ऑपरेशन थिएटर बनाना पड़ गया।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिसरौद रेलवे स्टेशन पर एक यात्री की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को रेल पटरी को ही ऑपरेशन थिएटर बनाना पड़ गया। डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई और रेलगाड़ी के पहिए में फंसे मगरिया पंथराम को बचा लिया गया। भोपाल से छिंदवाड़ा जा रही पेंचवली फास्ट पसिंजर रेलगाड़ी के सामान्य डिब्बे में चढ़ने की कोशिश में मिसरौद रेलवे स्टेशन पर मगरिया पंथ राम नामक यात्री पहिए के नीचे आ गया। यह वाकया सोमवार की रात की है। मगरिया का पैर पहिए और शॉकअप (स्प्रिंग) के बीच फंस गया। इस नजारे को देखते ही यात्रियों ने ट्रेप की चेन खींच दी। ट्रेन के रुकते ही मगरिया चीखने लगा। यात्रियों ने उसे निकालने की कोशिश की, लेकिन जब कामयाबी नहीं मिली तो गार्ड राजेश गुप्ता ने इसकी सूचना रेल प्रशासन को दी। डॉक्टरों का एक टीम मौके पर पहुंच गई। डॉ. सुधाकर और डॉ. सुनील कुमार ने मगरिया को पहिए से निकालने की काफी कोशिश की। लगभग तीन घंटे तक चली कोशिशों को सफलता नहीं मिलने पर आखिर में मगरिया का बाया पैर काटने का फैसला लेना पड़ा। डॉक्टरों ने रेल की पटरी को ही ऑपरेशन थिएटर में बदल दिया और मगरिया की बाईं टांग को काट दिया। रेल पुलिस के थाना इंचार्ज आर. एस. रघुवंशी ने मंगलवार को बताया है कि मगरिया का इलाज एक प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा है जहां वह खतरे से बाहर है ।

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