भारत में अब तक की सबसे तेज रफ्तार वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेन को पैसिंजरों के लिए नवंबर में शुरू करने का दावा करने वाली रेलवे क्या अपने वादे को पूरा कर पाएगी? यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है, क्योंकि अब तक रेलवे को इस ट्रेन को चलाने के लिए कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) का ग्रीन सिग्नल नहीं मिला है।
हालांकि रेलवे को अब भी उम्मीद है कि जल्द ही ग्रीन सिग्नल मिलेगा और 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली इस ट्रेन को पैसेंजर सर्विस के लिए शुरू किया जा सकेगा। वैसे रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने उम्मीद जाहिर की है कि जल्द ही सीआरएस की मंजूरी मिलेगी और ट्रेन सर्विस को शुरू किया जा सकेगा।गौरतलब है कि अब तक भारत में ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे की है लेकिन अब रेलवे ट्रेन की स्पीड को 160 किमी करने जा रहा है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि इस ट्रेन को पैसेंजरों के लिए चालू करने के इरादे से पिछले महीने रेलवे बोर्ड ने कमिश्नर रेलवे सेफ्टी को औपचारिक तौर पर आवेदन करके मंजूरी मांगी थी, लेकिन अब तक यह मंजूरी नहीं मिली है। माना जा रहा है कि कमिश्नर रेलवे सेफ्टी इस ट्रेन को चलाने से पहले कुछ सेफ्टी इंतजामों को पुख्ता करना चाहते हैं। इनमें ट्रैक के दोनों ओर बाउंड्री वाल और ट्रैक की मजबूती को सुनिश्चित करना शामिल है।रेलवे सूत्रों का कहना है कि कायदे से इस तरह के मामले में खुद कमिश्नर रेलवे सेफ्टी लाइन पर आकर खुद जायजा नहीं लेते बल्कि रेलवे के दस्तावेजों के आधार पर ही अपनी मंजूरी देते हैं। मोदी सरकार बनने के बाद रेलमंत्री कार्यभार संभालने वाले डी.वी. सदानंद गौड़ा ने सितंबर में दावा किया था कि नवंबर के अंत में सेमी हाईस्पीड के आगरा कॉरिडोर पर ट्रेन सर्विस शुरू हो जाएगी लेकिन अब महीना पूरा होने में महज दस दिन बचे हैं लेकिन अब तक कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की ओर से मंजूरी नहीं आयी है। ऐसे में अब यह सवाल उठने लगा है कि रेलवे के मामले में मोदी सरकार का पहला टारगेट पूरा हो पाएगा या नहीं।इस बीच रेलवे ने इस ट्रेन को शुरू करने की तैयारी कर ली है और उसने ट्रेन का समय भी तय कर दिया है। यह ट्रेन नई दिल्ली से सुबह 8 बजे रवाना होगी और 9.45 बजे आगरा कैंट पहुंचेगी और वापसी में यह ट्रेन आगरा कैंट से 5.30 बजे रवाना होगी और 7.15 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। रेलवे का यह भी दावा है कि इस ट्रेन के कोच दिल्ली पहुंच चुके हैं।
हालांकि रेलवे को अब भी उम्मीद है कि जल्द ही ग्रीन सिग्नल मिलेगा और 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली इस ट्रेन को पैसेंजर सर्विस के लिए शुरू किया जा सकेगा। वैसे रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने उम्मीद जाहिर की है कि जल्द ही सीआरएस की मंजूरी मिलेगी और ट्रेन सर्विस को शुरू किया जा सकेगा।गौरतलब है कि अब तक भारत में ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे की है लेकिन अब रेलवे ट्रेन की स्पीड को 160 किमी करने जा रहा है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि इस ट्रेन को पैसेंजरों के लिए चालू करने के इरादे से पिछले महीने रेलवे बोर्ड ने कमिश्नर रेलवे सेफ्टी को औपचारिक तौर पर आवेदन करके मंजूरी मांगी थी, लेकिन अब तक यह मंजूरी नहीं मिली है। माना जा रहा है कि कमिश्नर रेलवे सेफ्टी इस ट्रेन को चलाने से पहले कुछ सेफ्टी इंतजामों को पुख्ता करना चाहते हैं। इनमें ट्रैक के दोनों ओर बाउंड्री वाल और ट्रैक की मजबूती को सुनिश्चित करना शामिल है।रेलवे सूत्रों का कहना है कि कायदे से इस तरह के मामले में खुद कमिश्नर रेलवे सेफ्टी लाइन पर आकर खुद जायजा नहीं लेते बल्कि रेलवे के दस्तावेजों के आधार पर ही अपनी मंजूरी देते हैं। मोदी सरकार बनने के बाद रेलमंत्री कार्यभार संभालने वाले डी.वी. सदानंद गौड़ा ने सितंबर में दावा किया था कि नवंबर के अंत में सेमी हाईस्पीड के आगरा कॉरिडोर पर ट्रेन सर्विस शुरू हो जाएगी लेकिन अब महीना पूरा होने में महज दस दिन बचे हैं लेकिन अब तक कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की ओर से मंजूरी नहीं आयी है। ऐसे में अब यह सवाल उठने लगा है कि रेलवे के मामले में मोदी सरकार का पहला टारगेट पूरा हो पाएगा या नहीं।इस बीच रेलवे ने इस ट्रेन को शुरू करने की तैयारी कर ली है और उसने ट्रेन का समय भी तय कर दिया है। यह ट्रेन नई दिल्ली से सुबह 8 बजे रवाना होगी और 9.45 बजे आगरा कैंट पहुंचेगी और वापसी में यह ट्रेन आगरा कैंट से 5.30 बजे रवाना होगी और 7.15 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। रेलवे का यह भी दावा है कि इस ट्रेन के कोच दिल्ली पहुंच चुके हैं।
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