Thursday, July 10, 2014

कुछ नई रेलगाड़ियां बिहार के हिस्से में

देश को सबसे ज्यादा रेल मंत्री देने वाले बिहार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने भी अपने रेल बजट में ज्यादा तवज्जो नहीं दिया। वित्तवर्ष 2014-15 के लिए रेल मंत्री सदानंद गौड़ा द्वारा मंगलवार को पेश रेल बजट बिहार के लोगों की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा नहीं उतरा।
कुछ नई रेलगाड़ियां हालांकि बिहार के हिस्से में भी आई हैं। इनमें ज्यादातर अनारक्षित सीटों वाली गाड़ियां हैं, जिनमें यात्री भेड़-बकरियों की तरह ठुंसकर लंबा सफर तय करते हैं। रेल बजट में बिहार के हिस्से तीन जनसाधारण ट्रेनें आईं और तीन एक्सप्रेस ट्रेनें भी। ये गाड़ियां हैं अहमदाबाद-दरभंगा वाया सूरत जनसाधारण, सहरसा-आनंद विहार वाया मोतिहारी जनसाधारण तथा सहरसा-अमृतसर जनसाधारण।
इसके अलावा अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस वाया वाराणसी (साप्ताहिक), छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस (सप्ताह में तीन दिन) तथा कामाख्या-कटरा एक्सप्रेस वाया दरभंगा भी बिहार को मिली है।

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