जल और ऊर्जा संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए रेलवे ने सार्वजनिक
परिवहन को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए
अलग निदेशालय का गठन किया है। रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रेलवे का नया विभाग पर्यावरण
प्रबंधन निदेशालय जल
संसाधन के प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने के लिये जिम्मेदार होगा। नया निदेशालय जल और ऊर्जा ऑडिट
भी करेगा और पर्यावरण प्रबंधन से जुड़े सभी मामलों से निपटेगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु रेलवे में सौर
और पवन ऊर्जा जैसे हरित ईंधन के अधिकतम उपयोग
जैसी पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर हैं। पर्यावरण निदेशालय के प्रमुख, सलाहकार रैंक के
रेलवे के अधिकारी होंगे। इसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल,
ट्रैफिक कमर्शियल, जमीन और सुविधाएं, वित्त और सामान्य विभाग से 6 कार्यकारी
निदेशक नए निदेशालय में शामिल होंगे। इन 6
कार्यकारी निदेशकों को पर्यावरण प्रबंध निदेशालय में काम की अतिरिक्त
जिम्मेदारी सौंपी गई थी। फिलहाल रेलवे में करीब 2 दर्जन निदेशालय हैं। अब इसमें एक और
संख्या का इजाफा हुआ है.
Tuesday, January 6, 2015
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