प्रभु ने कहा कि सरकार के इस विशालकाय उपक्रम की बुनियादी सुविधाओं में सुधार
के लिए भारी निवेश जरूरी है।
उन्होंने कहा कि रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में समुचित निवेश से भारतीय रेलवे आगामी वर्षों में विकास के इंजन में तब्दील हो सकती है। प्रभु ने माना कि रेलवे में धन का 'गहरा संकट' है, जबकि संपर्क नेटवर्क को व्यापक करने के लिए इसे भारी निवेश की जरूरत है। उन्होंने कहा कि और अधिक डिब्बों तथा लोगों को लाने ले जाने के लिए 30 से 40,000 किमी लाइनों के विस्तार की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में समुचित निवेश से भारतीय रेलवे आगामी वर्षों में विकास के इंजन में तब्दील हो सकती है। प्रभु ने माना कि रेलवे में धन का 'गहरा संकट' है, जबकि संपर्क नेटवर्क को व्यापक करने के लिए इसे भारी निवेश की जरूरत है। उन्होंने कहा कि और अधिक डिब्बों तथा लोगों को लाने ले जाने के लिए 30 से 40,000 किमी लाइनों के विस्तार की जरूरत है।
'इकोनॉमिक टाइम्स ग्लोबल बिजनस
समिट' में प्रभु ने कहा कि रेलवे के
इंफ्रास्ट्रक्चर में अगर सुधार हो जाए तो वह जीडीपी में 2.5 फीसदी से 3 फीसदी का योगदान दे सकती है।
बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे
सेक्टरों में निवेश के लिए भारत के पास आवश्यक संस्थाएं नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि पेंशन फंड ऐसी संभावना है जो निवेश में मदद कर सकती है। नक्सल प्रभावित इलाकों का उदाहरण देते हुए प्रभु ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को ले जाने के साथ साथ बेहतर रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसे स्थानों में ज्यादा निवेश ला सकती है और रोजगार सृजन कर सकती है। उत्तरोत्तर सरकारों का विचार रहा है कि रोजगारों के जरिये युवाओं को नक्सलवाद और उग्रवाद से अलग रखा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पेंशन फंड ऐसी संभावना है जो निवेश में मदद कर सकती है। नक्सल प्रभावित इलाकों का उदाहरण देते हुए प्रभु ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को ले जाने के साथ साथ बेहतर रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसे स्थानों में ज्यादा निवेश ला सकती है और रोजगार सृजन कर सकती है। उत्तरोत्तर सरकारों का विचार रहा है कि रोजगारों के जरिये युवाओं को नक्सलवाद और उग्रवाद से अलग रखा जा सकता है।
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