यह रूट लोकल ट्रेनों के साथ एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि इस रूट पर पड़ने वाले हर सेक्शन में दो स्पेशल टीम पेट्रोलिंग और इंस्पेक्शन करेंगी। फरीदाबाद सेक्शन के लिए नई टावर वैगन भेजी गई है, ताकि कर्मचारियों को कार्य करने में सुविधा रहे। ओएचई (ओवर हेड इलेक्ट्रसिटी) में खराबी के कारण रेल परिचालन प्रभावित न हो, इसके लिए रेलवे ने खास तैयारी की है। इसके तहत फरीदाबाद सेक्शन में दो स्पेशल टीमें बनाई गई हैं जो लगातार ओएचई तारों की जांच करेंगी और कोई भी तकनीकी खराबी होने पर उसे ठीक कराएंगी। बरसात में ओएचई तारों में फॉल्ट का खतरा बना रहता है। इसके कारण रेलवे परिचालन पर असर पड़ता है। जिसका खमियाजा यात्रियों को झेलना पड़ता है। इंस्पेक्शन के दौरान किसी भी तरह की समस्या न आए, इसके लिए संबंधित विभाग ने नई टावर वैगन मंगाई है। यह वैगन मौजूदा टावर वैगन की तुलना में बेहतर और सुविधाजनक है। इसकी विशेष बात यह है कि इसकी स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घ्ंाटा है, जिससे इंस्पेक्शन में आसानी होगी, जबकि मौजूदा टावर वैगन की स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा है। जहां वर्तमान टावर वैगन मैन्युअली ऑपरेट होती है, वहीं इसे ऑटोमेशन तरीके से भी ऑपरेट किया जा सकता है। टीआरडी (ट्रेगशन डिस्ट्रीब्यूशन) विभाग ने फरीदाबाद सेक्शन में ओएचई तारों के मेंटिनंेस के लिए दो टीमें बनाई हैं। इनमें से एक टीम दिन में पेट्रोलिंग करेगी और एक रात को। बरसात में इन तारों में फॉल्ट आ जाते हैं, जिस कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है। बता दें कि मई में हुई बरसात में भी विभाग को काफी नुकसान हुआ था। बल्लभगढ़ के पास क्रॉसओवर तार टूटने से 7 घंटे तक डाउन लाइन पर रेल यातायात बाधित रहा था। इसे देखते हुए पहले से तैयारी कर ली गई है। उक्त दोनों टीमें लगातार पेट्रोलिंग करेंगी।
Wednesday, June 29, 2011
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