निजामुद्दीन से
दुर्ग आने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एसी कोच में सफर कर रही छत्तीसगढ़ की
एक महिला के साथ कोच में सफर कर रहे युवक ने बलात्कार की कोशिश की। झांसी पुलिस ने
आरोपी सुशील कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जीआरपी झांसी से हुई शिकायत में बिलासपुर का एक दंपती निजामुद्दीन से बिलासपुर के लिए सफर कर रहा था। इस दंपती को कोच नंबर बी-1 में 23 और 24 नंबर की बर्थ मिली थी। उसी कोच में दंपती के ही पीएनआर पर हिमाचल प्रदेश का हमीरपुर निवासी सुशील कुमार भी सफर कर रहा था।
ट्रेन ग्वालियर को पार कर झांसी के लिए बढ़ रही थी, उसी दौरान सुशील कुमार ने बर्थ नंबर-23 पर सो रही महिला के साथ बलात्कार की कोशिश की। उसने शराब पी रखी थी। महिला ने शोर मचाया तो ऊपर की बर्थ पर सो रहे पति की नींद टूटी। उसने मामले की जानकारी कंडक्टर को दी।
जीआरपी झांसी से हुई शिकायत में बिलासपुर का एक दंपती निजामुद्दीन से बिलासपुर के लिए सफर कर रहा था। इस दंपती को कोच नंबर बी-1 में 23 और 24 नंबर की बर्थ मिली थी। उसी कोच में दंपती के ही पीएनआर पर हिमाचल प्रदेश का हमीरपुर निवासी सुशील कुमार भी सफर कर रहा था।
ट्रेन ग्वालियर को पार कर झांसी के लिए बढ़ रही थी, उसी दौरान सुशील कुमार ने बर्थ नंबर-23 पर सो रही महिला के साथ बलात्कार की कोशिश की। उसने शराब पी रखी थी। महिला ने शोर मचाया तो ऊपर की बर्थ पर सो रहे पति की नींद टूटी। उसने मामले की जानकारी कंडक्टर को दी।
दूसरे यात्रियों ने
सुशील कुमार को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। कंडक्टर ने मामले की सूचना
झांसी कंट्रोल रूम को दे दी। झांसी में भारी पुलिस बल तैनात था। ट्रेन के ठहरते ही
कोच बी-1 को
घेर लिया गया और आरोपी सहित पीड़ित महिला को थाने लाया गया। पीड़ित महिला के पति
ने मामले की शिकायत की। इसके आधार पर आरोपी सुशील कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया
गया है।
बताया जाता है कि पीड़ित दंपती को जिस पीएनआर नंबर से टिकट मिला था, उसी नंबर से आरोपी को भी टिकट मिला था। जीआरपी यह देखकर दंग रह गई कि आखिर परिचित होने के बाद भी ऐसी घटना कैसे हो गई। पता चला कि दंपती बिलासपुर का है, जबकि आरोपी हिमाचल प्रदेश का है।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे दलाल के जरिए बर्थ मिली थी। जाहिर है, दिल्ली के टिकट दलाल ने एक पीएनआर पर तीन बर्थ बुक कराई थी। टिकट पीड़ित दंपती को दिया गया और उनके साथ एक अनजान व्यक्ति को भी भेज दिया गया।
बताया जाता है कि पीड़ित दंपती को जिस पीएनआर नंबर से टिकट मिला था, उसी नंबर से आरोपी को भी टिकट मिला था। जीआरपी यह देखकर दंग रह गई कि आखिर परिचित होने के बाद भी ऐसी घटना कैसे हो गई। पता चला कि दंपती बिलासपुर का है, जबकि आरोपी हिमाचल प्रदेश का है।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे दलाल के जरिए बर्थ मिली थी। जाहिर है, दिल्ली के टिकट दलाल ने एक पीएनआर पर तीन बर्थ बुक कराई थी। टिकट पीड़ित दंपती को दिया गया और उनके साथ एक अनजान व्यक्ति को भी भेज दिया गया।
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